मेरठ के रोहटा क्षेत्र में शुक्रवार शाम पटाखा फैक्ट्री में लगी आग में एक जिंदगी झुलसकर खाक हो गई। फैक्ट्री में काम करने वाला कर्मचारी संजय हादसे में जान गवा बैठा। महिलाओं ने 10 फुट ऊंची दीवार कूदकर खुद को बचाया। जिंदगी तो बच गई मगर मौत का वो मंजर इन महिलाओं की आंखों में अभी भी कायम है। फैक्ट्री में काम के वक्त अचानक हुए धमाके को देखने वाली महिलाओं ने दैनिक भास्कर को घटना की एक-एक बात बताई। आप भी पढ़िए आखिर फैक्ट्री में कैसे यह हादसा हुआ….
मैं पानी पी रही थी अचानक आग दिखी
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एक दूसरे पर चढ़कर हमने दीवार कूदी
प्रियंका और लक्ष्मी अभी भी दहशत में हैं कहीं आग उन्हें पकड़ न ले
काम करने वाली प्रियंका ने कहा जब हमने आग अपनी तरफ आती देखी तो हम जान बचाने जुट गए। फैक्ट्री की जो 10 फुट ऊंची दीवार है उसी से कूदकर जान बचाना समझ आया। हमारे दिमाग ने काम करना बंद कर दिया। हमें ध्यान नहीं रहा कि दरवाजे से बाहर निकलें।
इतनी ऊंची दीवार बिना सहारे के हम औरतें कैसे कूदते। किसी तरह राम का नाम लेकर एक दूसरे पर चढ़कर हमने दीवार कूदकर जान बचाई। जान बचाने के चक्कर में किसी के सिर में तो किसी के मुंह में चोट भी लग गई। संगीता और मोहिनी के तो पूरे घुटने छिल गए। किसी तरह जान बची है।
होली में रंग, दिवाली में हम पटाखे बनाती हैं
पटाखा फैक्ट्री में लगी आग में जलकर हुई कर्मचारी की मौत, कर्मचारी का शव लेकर जाती पुलिस
काम करने वाली प्रीति ने कहा होली से पहले हम फैक्ट्री में रंग बनाना का काम करती हैं। दिवाली से पहले पटाखे बनते हैं। काफी समय से हम इस फैक्ट्री में काम कर रही हैं।
फैक्ट्री में हुए धमाके में एक युवक की मौत हो गई
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